यदि आप UPI का उपयोग डिजिटल पेमेंट के लिए करते हैं, तो यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। हाल ही में, UPI पेमेंट के लिए नए नियम लागू हुए हैं। इन नियमों के अनुसार, कुछ लेनदेन पर अतिरिक्त शुल्क लग सकता है।
यह बदलाव लाखों लोगों को प्रभावित कर सकता है, खासकर बड़े लेनदेन या विशेष सेवाओं के लिए उपयोगकर्ता।
इस लेख में, हम UPI में हुए नए बदलावों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे। हम देखेंगे कि कौन से लोग अतिरिक्त शुल्क देने के लिए होंगे।
यूपीआई क्या है और यह कैसे काम करता है?
यूपीआई (Unified Payments Interface) एक डिजिटल पेमेंट सिस्टम है। यह भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) द्वारा विकसित किया गया है। यह बैंक खातों को मोबाइल एप्लिकेशन से जोड़ता है और तुरंत मनी ट्रांसफर की सुविधा प्रदान करता है।
यूपीआई के प्रमुख लाभ:
तेजी और सरलता – तुरंत पैसे भेजने और प्राप्त करने की सुविधा।
24/7 उपलब्धता – बैंकिंग घंटों की कोई पाबंदी नहीं।
कई बैंक खातों को जोड़ने की सुविधा – एक ही ऐप से कई बैंक अकाउंट मैनेज किया जा सकता हैं।
यूपीआई आईडी के माध्यम से पेमेंट – अकाउंट नंबर और IFSC कोड की जरूरत नहीं होता है ।
QR कोड स्कैनिंग – व्यापारी और दुकानदारों को पेमेंट करने के लिए आसान तरीका।
यूपीआई को विदेश मे भी शुरू करने की विचार चल रहा है |
UPI पर अतिरिक्त शुल्क क्यों लगाया जा रहा है?
NPCI ने हाल ही में कुछ बड़े लेनदेन और विशेष प्रकार के ट्रांजेक्शन पर अतिरिक्त शुल्क लागू करने की घोषणा की। इसका उद्देश्य डिजिटल पेमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाना है। यह बैंकों को लेनदेन की लागत को कवर करने में मदद करता है।
अतिरिक्त शुल्क के कारण:
बढ़ते लेनदेन की संख्या यूपीआई पर ट्रांजेक्शन की संख्या तेजी से बढ़ रहा है। इससे बैंकों और पेमेंट गेटवे की लागत पर जाएदा असर आ रहा है।
बिजनेस ट्रांजेक्शन और हाई-वैल्यू ट्रांसफर बड़े लेनदेन पर अतिरिक्त चार्ज लगाकर बैंकों की कमाई को बढ़ाया जा सकता है।
इन्फ्रास्ट्रक्चर में सुधार – डिजिटल पेमेंट सिस्टम को सुरक्षित और मजबूत बनाने के लिए अतिरिक्त संसाधनों की जरूरत होती है।
किन ट्रांजेक्शन पर लगेगा अतिरिक्त शुल्क?
NPCI ने नए नियमों की घोषणा की है। इन नियमों के अनुसार, कुछ ट्रांजेक्शन पर अतिरिक्त शुल्क लगेगा।
क्रेडिट कार्ड से लिंक किए गए UPI ट्रांजेक्शन: यदि आपका यूपीआई किसी क्रेडिट कार्ड से जुड़ा हुआ है और आप पेमेंट कर रहे हैं, तो अतिरिक्त चार्ज लग सकता है।
बिजनेस ट्रांजेक्शन (P2M): यदि आप किसी व्यापारी को पेमेंट कर रहे हैं, तो यह ट्रांजेक्शन फीस के दायरे में आ सकता है।
हाई-वैल्यू ट्रांजेक्शन: 2,000 रुपये से अधिक के यूपीआई लेनदेन पर अतिरिक्त शुल्क लग सकता है। अभी तक यह तय नहीं हुआ है कि कितने अमाउंट पर शुल्क लगेगा।
डिजिटल वॉलेट से यूपीआई ट्रांसफर: Paytm, PhonePe या Google Pay जैसे वॉलेट से UPI ट्रांजेक्शन करने पर भी अतिरिक्त शुल्क लग सकता है।
कौन से ट्रांजेक्शन मुफ्त रहेंगे?
यूपीआई अभी भी छोटे और व्यक्तिगत लेनदेन के लिए मुफ्त रहेगा।
P2P (Person to Person) ट्रांजेक्शन: व्यक्तिगत खाते के बीच पैसे भेजने पर कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा।
डायरेक्ट बैंक-टू-बैंक ट्रांसफर: यूपीआई से सीधे बैंक अकाउंट में पैसे भेजने पर कोई चार्ज नहीं लगेगा।
सरकारी पेमेंट: सरकारी योजनाओं और सब्सिडी से जुड़े पेमेंट्स पर कोई चार्ज नहीं लगेगा।
छोटे लेनदेन (₹2,000 से कम): ₹2,000 से कम के लेनदेन पर कोई अतिरिक्त फीस नहीं लगेगा ।
यूपीआई नए नियमों से बचने के तरीके
अगर आप नए नियमों से बचना चाहते हैं, तो यहाँ कुछ आसान सुझाव दिए गए हैं:
छोटे अमाउंट के लेनदेन करें: ₹2,000 से कम के ट्रांजेक्शन पर कोई चार्ज नहीं लगेगा।
बैंक-टू-बैंक यूपीआई ट्रांसफर का इस्तेमाल करें: सीधा बैंक खाते से पेमेंट करने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं लगेगा।
क्रेडिट कार्ड से लिंक UPI का उपयोग न करें: क्रेडिट कार्ड के जरिए यूपीआई पेमेंट पर चार्ज लग सकता है। इसलिए, डेबिट कार्ड या बैंक खाते से ट्रांजेक्शन करें।
वॉलेट से यूपीआई ट्रांसफर करने से बचें: Paytm, PhonePe, Google Pay जैसे वॉलेट से यूपीआई पेमेंट करने पर चार्ज लग सकता है।
नकद और अन्य डिजिटल पेमेंट विकल्पों का इस्तेमाल करें: अगर संभव हो तो अन्य डिजिटल पेमेंट विकल्पों का भी उपयोग करें।
यूपीआई नए नियमों का प्रभाव
UPI के नए नियमों का असर आम यूजर्स और व्यापारियों पर असर पड़ेगा।
आम उपभोक्ता: अगर आप सिर्फ छोटे पेमेंट्स करते हैं, तो आपको ज्यादा फर्क नहीं पड़ेगा। लेकिन, हाई-वैल्यू ट्रांजेक्शन करने वालों को अतिरिक्त चार्ज देना पड़ सकता है।
बिजनेस और व्यापारी: व्यापारी और बिजनेस मालिकों को अधिक चार्ज देना पड़ सकता है। इससे उनके लेनदेन की लागत बढ़ जाएगी।
डिजिटल वॉलेट यूजर्स: Paytm, PhonePe और Google Pay जैसे वॉलेट का उपयोग करने वाले यूजर्स को अतिरिक्त शुल्क देना पड़ सकता है।
निष्कर्ष
UPI ने डिजिटल पेमेंट को आसान बनाया है। लेकिन, नए नियमों के कारण कुछ ट्रांजेक्शन पर अतिरिक्त शुल्क लग सकता है। आम लोगों को छोटे ट्रांजेक्शन पर कोई समस्या नहीं होगी।
लेकिन, बड़े लेनदेन या व्यावसायिक ट्रांजेक्शन करने वालों को थोड़ा अधिक भुगतान करना पड़ सकता है। अभी तक सरकार ने कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।