अगर आप सोने या चांदी की खरीदारी की सोच रहे हैं, तो आज के ताजे भाव जानना काफी महवपूर्ण होगा । 17 फरवरी 2025 को दिल्ली और कानपुर में सोने और चांदी की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है, और यह निवेश के लिए एक अच्छा मौका हो सकता है।
दिल्ली और कानपुर में सोने के भाव
सोने की कीमतें हर दिन बदलता हैं और इसका असर अंतरराष्ट्रीय बाजार, रुपये की स्थिति, मांग, आपूर्ति और अन्य कारकों पर पड़ता है। दिल्ली और कानपुर में आज सोने के भाव स्थिर हैं।
दिल्ली में सोने का कीमतें:
22 कैरेट सोना: ₹79,800 प्रति 10 ग्राम
24 कैरेट सोना: ₹84,000 प्रति 10 ग्राम
कानपुर में सोने का कीमतें:
22 कैरेट सोना: ₹79,500 प्रति 10 ग्राम
24 कैरेट सोना: ₹83,700 प्रति 10 ग्राम
चांदी की कीमतें
सोने के साथ-साथ चांदी भी एक अहम धातु है, जो आभूषण बनाने के अलावा औद्योगिक कार्यों में भी इस्तेमाल होता है।
दिल्ली में चांदी का भाव 1 किलो के लिए ₹1,09,000 है, जबकि कानपुर में यह ₹1,07,500 प्रति किलो है।
सोने की शुद्धता जांचने के तरीका
अगर आप सोना खरीदने का सोच रहे हैं तो उसकी शुद्धता की पहचान करना जरूरी है। इसे करने का सबसे अच्छा तरीका है BIS हॉलमार्क देखना। हॉलमार्क सोने की शुद्धता की गारंटी देता है। सोने के अलग-अलग कैरेट के हिसाब से शुद्धता का प्रतिशत और हॉलमार्क अंक बदलते हैं।
24 कैरेट सोना 99.9% शुद्ध होता है।
22 कैरेट सोना 91.6% शुद्ध होता है।
18 कैरेट सोना 75% शुद्ध होता है।
14 कैरेट सोना 58.5% शुद्धता रखता है।
22 और 24 कैरेट सोने के बीच अंतर
24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है (99.9%) लेकिन यह आभूषण बनाने के लिए ज्यादा उपयुक्त नहीं है क्योंकि यह मुलायम होता है जिससे यह शुद्ध सोना कहा जाता है ।
22 कैरेट सोना में 8.4% अन्य धातुएं मिलाई जाती हैं, जिससे यह मजबूत हो जाता है और आभूषण बनाने के लिए बेहतर होता है।
सोने में निवेश करते समय ध्यान रखने वाली बातें
हॉलमार्क जरूर चेक करें खरीदते से पहले सोने की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए हॉलमार्क जरूर से चेक करें।
बिल लें – खरीदारी करते समय बिल जरूर लें ताकि किसी भी विवाद की स्थिति में आपका पक्ष मजबूत रहे।
मार्केट रेट की जांच करें – सोने और चांदी की वर्तमान दरों की जानकारी लें।
मेकिंग चार्ज – आभूषण खरीदते वक्त मेकिंग चार्ज को ध्यान में रख कर ले, क्योंकि यह सोने की कुल कीमत में शामिल होता है।
रिटर्न पॉलिसी – भविष्य में सोने को वापस करने के लिए दुकानदार की रिटर्न पॉलिसी जानें।
सोने की कीमतों को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक
सोने की कीमतों में बदलाव कई कारक पर निर्भर करता है:
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मांग और आपूर्ति जब भी वैश्विक बाजारों में सोने की मांग बढ़ता है, तो कीमतें भी बढ़ जाती हैं।
रुपये की स्थिति जब रुपया कमजोर होता है, तो सोने की कीमत बढ़ जाती है।
त्योहारों और शादियों का सीजन इस समय सोने की मांग बढ़ने से कीमतें भी ऊंची हो जाता हैं।
ब्याज दरें – जब ब्याज दरें कम होता हैं, तो लोग सोने में अधिक निवेश करते हैं, जिससे कीमतें बढ़ता हैं।
सोने में निवेश: फायदे और नुकसान
फायदे:
लॉन्ग-टर्म निवेश के लिए सुरक्षित: सोने की कीमतें लंबी अवधि में बढ़ता हैं जिससे यह सुरक्षित निवेश का विकल्प है।
तरल संपत्ति: सोना कभी भी बेचा जा सकता है और इसे नकदी में बदला जा सकता है।
मुद्रास्फीति से सुरक्षा: सोना मुद्रास्फीति के दौरान भी स्थिर रहता है।
पोर्टफोलियो डायवर्सिफिकेशन: सोने में निवेश से अन्य निवेश साधनों (जैसे स्टॉक्स और रियल एस्टेट) के बीच संतुलन बनता है।
नुकसान:
कीमतों में उतार-चढ़ाव: सोने की कीमतें कभी-कभी उतार-चढ़ाव करता रहता है जो बाजार के खरीद ओर डिमांड पर निर्भर करता है जिससे यह अल्पकालिक निवेश के लिए जोखिमपूर्ण हो सकता है।
आय नहीं मिलती: सोने से नियमित ब्याज या लाभांश नहीं मिलता, जैसा कि स्टॉक्स और बांड्स से मिलता है।
सुरक्षा जोखिम: भौतिक सोने को सुरक्षित रखना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
सोने में निवेश के सही तरीके
सोने में निवेश के कई तरीके हैं:
भौतिक सोना: आभूषण, सिक्के, और गोल्ड बार खरीदने का विकल्प है।
गोल्ड ईटीएफ (ETF): गोल्ड ईटीएफ में निवेश कर सकते हैं, जो स्टॉक एक्सचेंज में ट्रेड होते हैं।
डिजिटल गोल्ड: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए डिजिटल सोना खरीदा जा सकता है।
गोल्ड बॉन्ड: सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड में निवेश भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
निष्कर्ष
आज के दिन दिल्ली और कानपुर में सोने और चांदी की कीमतें स्थिर हैं जो निवेशकों के लिए एक अच्छा समय हो सकता है। सोने में निवेश करते समय शुद्धता, कीमत और अन्य जरूरी बातों का ध्यान रखें।