पालन आज के समय में एक लाभदायक व्यवसाय बन चुका है, जो न केवल किसानों की इनकम बढ़ाने में सहायक है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसर भी प्रदान करता है। ओर सरकार की तरफ से रोजगार को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी भी दिया जाता है, इस व्यवसाय को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने राष्ट्रीय पशुधन मिशन (National Livestock Mission – NLM) के तहत मुर्गी पालन योजना शुरू की है, जिसमें उद्यमियों को लाखों रुपये की सब्सिडी प्रदान किया जाता है।
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) क्या है?
राष्ट्रीय पशुधन मिशन (NLM) की शुरुआत 2014-15 में हुई थी, जिसे 2021-22 में संशोधित कर 2025-26 तक विस्तारित किया गया है। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य पशुपालन क्षेत्र में रोजगार सृजन, उद्यमिता विकास, और पशु उत्पादकता में वृद्धि करना है। इसके तहत भेड़, बकरी, और मुर्गी पालन के साथ-साथ चारा विकास पर भी 50% तक की सब्सिडी सरकार के द्वारा प्रदान किया जाता है।
मुर्गी पालन योजना के तहत सब्सिडी की राशि
मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकार उद्यमियों को सब्सिडी मिलता है । सब्सिडी की राशि :
10,000 लेयर मुर्गी क्षमता (फीड मिल सहित): कुल परियोजना लागत ₹1 करोड़ निर्धारित है। ओर सामान्य वर्ग के लाभार्थियों को 30% (अधिकतम ₹30 लाख) और अनुसूचित जाति/जनजाति, अत्यंत पिछड़ा वर्ग के लाभार्थियों को 40% (अधिकतम ₹40 लाख) सब्सिडी प्रदिया जाता है।
5,000 लेयर मुर्गी क्षमता: कुल परियोजना लागत ₹48.50 लाख निर्धारित है। सामान्य वर्ग के लिए 30% (अधिकतम ₹14.55 लाख) और अन्य वर्गों के लिए 40% (अधिकतम ₹19.40 लाख) सब्सिडी दिया जाता है।
इसके अलावा, बैंक ऋण के ब्याज पर चार वर्षों के लिए 50% तक की सब्सिडी भी प्रदान किए जाता है।
पात्रता मानदंड
मुर्गी पालन योजना का लाभ उठाने के लिए निम्नलिखित पात्रता मानदंड निर्धारित किया गया हैं:
आवेदक की श्रेणी: निजी व्यक्ति, स्वयं सहायता समूह (SHG), किसान उत्पादक संगठन (FPO), ओर किसान सहकारी समितियाँ (FCO), संयुक्त देयता समूह (JLG), और धारा 8 के तहत स्वीकृत कंपनियाँ आवेदन कर सकता हैं |
भूमि: आवेदक के पास अपनी या पट्टे पर ली गई भूमि होनी चाहिए।
क्रेडिट योग्यता: आवेदक किसी बैंक द्वारा डिफॉल्टर न घोषित किया गया हो और उसका CIBIL स्कोर 750 से अधिक होना चाहिए।
तकनीकी ज्ञान: आवेदक या उसकी टीम में मुर्गी पालन क्षेत्र का ज्ञान या विशेषज्ञता होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज़
आवेदन करते समय निम्नलिखित दस्तावेज़ की आवश्यकता होता है:
आधार कार्ड और पैन कार्ड की प्रति
पासपोर्ट साइज फोटो
आवासीय प्रमाण पत्र
जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
बैंक खाता विवरण
भूमि के दस्तावेज़
विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR)
पोल्ट्री फार्मिंग का प्रशिक्षण प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)
आवेदन प्रक्रिया
मुर्गी पालन योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया निम्नलिखित है:
पंजीकरण: सबसे पहले, आवेदक को राष्ट्रीय पशुधन मिशन की आधिकारिक वेबसाइट https://nlm.udyamimitra. in/Login/Login पर जाकर पंजीकरण करना होगा।
ऑनलाइन आवेदन: पंजीकरण के बाद, ऑनलाइन आवेदन पत्र में सभी आवश्यक जानकारियाँ भरें और आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें।
स्क्रीनिंग: राज्य कार्यान्वयन एजेंसियाँ आवेदन की समीक्षा करेंगी।
ऋण स्वीकृति: चयनित आवेदकों को संबंधित बैंक द्वारा ऋण स्वीकृत किया जाएगा।
लाभ और फायदे
मुर्गी पालन योजना के तहत सब्सिडी प्राप्त करने से निम्नलिखित लाभ होता हैं:
आय में वृद्धि: मुर्गी पालन से अंडे और मांस की बिक्री से नियमित आय प्राप्त होता है।
रोजगार सृजन: यह व्यवसाय ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर पैदा करता है।
पोषण सुरक्षा: मुर्गी पालन से प्राप्त उत्पाद पोषण की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
कम पूंजी निवेश: अन्य व्यवसायों की तुलना में मुर्गी पालन में कम पूंजी निवेश की आवश्यकता होता है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. मुर्गी पालन योजना के तहत अधिकतम कितना सब्सिडी प्राप्त किया जा सकता है?
10,000 लेयर मुर्गी क्षमता वाली इकाई के लिए सामान्य वर्ग को अधिकतम ₹30 लाख और अन्य वर्गों को ₹40 लाख तक की सब्सिडी प्राप्त हो सकता है।
2. क्या बैंक ऋण पर भी सब्सिडी मिलता है?
हाँ, बैंक ऋण के ब्याज पर चार वर्षों के लिए 50% तक की सब्सिडी दिया जाता है।
3. आवेदन करने के लिए कौन-कौन पात्र हैं?
निजी व्यक्ति SHG, FPO, FCO, JLG, और धारा 8 के तहत स्वीकृत कंपनियाँ आवेदन कर सकता हैं।
4. आवेदन प्रक्रिया क्या है?
आवेदक को राष्ट्रीय पशुधन मिशन की आधिकारिक वेबसाइट पर पंजीकरण करके ऑनलाइन आवेदन कर सकते है ।
5. क्या भूमि होना आवश्यक है?
हाँ, आवेदक के पास अपनी या पट्टे पर ली गई भूमि होनी चाहिए।
मुर्गी पालन योजना के माध्यम से सरकार उद्यमियों को सब्सिडी प्रदान करके उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहायता कर रहा है यदि आप भी मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करना चाहते हैं, तो इस योजना का लाभ उठा सकते है |